दिवि वेलफ़ेयर सोसाइटी एवं नगर निगम वाराणसी के विशेष सहयोग से विशेष स्वच्छता अभियान व जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 9 अप्रैल को सुबहे बनारस अस्सी घाट वाराणसी पर सुबह 9 बजे किया गया है।
स्वच्छ भारत अभियान के उद्देश्य (Points Wise)
स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान के मुख्य उद्देश्य के लक्ष्य को पाने के लिए 5 साल की योजना बनाई है जिसके अंतर्गत हमारे पूरे देश को स्वच्छ करने का लक्ष्य लिया गया है।
(1) इस अभियान का प्रथम उद्देश्य है कि देश का कोना-कोना साफ सुथरा हो।
(2) लोगों को बाहर खुले में शौच करने से रोका जाए। जिसके तहत हर साल हजारों बच्चों की मौत हो जाती है.
(3) भारत के हर शहर और ग्रामीण इलाकों के घरों में शौचालय का निर्माण करवाया जाए।
शहर और गांव की प्रत्येक सड़क गली और मोहल्ले साफ-सुथरे हो।
(4) हर एक गली में कम से कम एक कचरा पात्र आवश्यक रूप से लगाया जाए।
(5) लगभग 11 करोड़ 11 लाख व्यक्तिगत, सामूहिक शौचालयों का निर्माण करवाना जिसमें 1 लाख 34 हजार करोड रुपए खर्च होंगे।
(6) लोगों की मानसिकता को बदलना उचित स्वच्छता का उपयोग करके।
(7) शौचालय उपयोग को बढ़ावा देना और सार्वजनिक जागरूकता को शुरू करना।
(8) 2019 तक सभी घरों में पानी की पूर्ति सुनिश्चित कर के गाँवों में पाइपलाइन लगवाना जिससे स्वच्छता बनी रहे।
(9) ग्राम पंचायत के माध्यम से ठोस और तरल अपशिष्ट की अच्छी प्रबंधन व्यवस्था सुनिश्चित करना।
(10) सड़के, फुटपाथ और बस्तियां साफ रखना।
(11) साफ सफाई के जरिए सभी में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना।
स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता (Points Wise)
अपने उद्देश्य की प्राप्ति तक भारत में इस मिशन की कार्यवाही निरंतर चलती रहनी चाहिए। भौतिक, मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक कल्याण के लिये भारत के लोगों में इसका एहसास होना बेहद आवश्यक है। ये सही मायनों में भारत की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को बढ़ावा देने के लिये है जो हर तरफ स्वच्छता लाने से शुरु किया जा सकता है। यहाँ कुछ बिंदु दिए जा रहे हैं जो स्वच्छ भारत अभियान की आवश्यकता को दिखाते हैं –
(1) हमारे देश में कोई भी ऐसी जगह नहीं है जहां पर कूड़ा करकट नहीं फैला हो। हमारे भारत देश के हर शहर, हर गांव, हर एक मोहल्ला, हर एक गली कूड़े-करकट और गंदगी से भरी पड़ी है।
(2) हमारे देश के गाँवो में शौचालय नहीं होने के कारण के लोग आज भी खुले में शौच करने जाते हैं जिसके कारण हर जगह गंदगी फैलती है और यह गंदगी नई बीमारियों को आमंत्रण देती है।
(3) हमारे आसपास के सभी नदी-नाले भी कचरे से इस तरह से रहते हैं जैसे कि पानी की जगह कचरा बह रहा हो।
(4) इस कूड़ा करकट और गंदगी के कारण विदेश से लोग हमारे देश में आना कम ही पसंद करते हैं, जिसके कारण हमारे देश को आर्थिक नुकसान होता है।
(5) इस कचरे के कारण हमारे साथ-साथ अन्य जीव जंतुओं को भी नुकसान होता है और साथ ही हमारी पृथ्वी भी प्रदूषित होती है।
(6) ये बेहद जरुरी है कि भारत के हर घर में शौचालय हो साथ ही खुले में शौच की प्रवृति को भी खत्म करने की आवश्यकता है।
(7) नगर निगम के कचरे का पुनर्चक्रण और दुबारा इस्तेमाल, सुरक्षित समापन, वैज्ञानिक तरीके से मल प्रबंधन को लागू करना।
(8) ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में वैश्विक जागरुकता का निर्माण करने के लिये और सामान्य लोगों को स्वास्थ्य से जोड़ने के लिये।
(9) पूरे भारत में साफ-सफाई की सुविधा को विकसित करने के लिये निजी क्षेत्रों की हिस्सेदारी बढ़ाना।
(10) भारत को स्वच्छ और हरियाली युक्त बनाना।
(11) ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना।
(12) स्वास्थ्य शिक्षा कार्यक्रमों के माध्यम से समुदायों और पंचायती राज संस्थानों को निरंतर साफ-सफाई के प्रति जागरुक करना।
इस गंदगी और कूड़े-करकट के जिम्मेदार भी हम और आप ही हैं, क्योंकि हम लोग भी कभी जानबूझकर और कभी अनजाने में कहीं भी कचरा फेंक देते हैं। जिसके कारण हमारे देश में हर तरफ कचरा फैल जाता है और इसके साथ ही हमारा पूरा वातावरण प्रदूषित हो जाता है। यह गंदगी और कूड़ा-करकट दिन-ब-दिन बढ़ते ही जा रहे है। जिसके कारण अनेकों परेशानियां खड़ी हो रही हैं, इसलिए स्वच्छ भारत अभियान की जरूरत पड़ी जिसके तहत हमारा पूरा भारत स्वच्छ और साफ दिखाई दें।
दिवि ने घाटों पर चलाया स्वच्छता जन जागरूकता कार्यक्रम
वाराणसी में G-20 के प्रस्तावित कार्यक्रमों और पुष्कर मेला 2023 के दृष्टि को ध्यान में रखते हुए स्वच्छता जन जागरूकता के तहत रविवार को अस्सी घाट से लेकर भदैनी तक स्वच्छता अभियान चलाया गया। इसमें दिवि वेलफ़ेयर सोसाइटी की टीम एवं नगर निगम के स्वच्छता कर्मचारी एवं बीएचयू MSW के छात्र एवं सदस्य शामिल हुए। स्वच्छता अभियान के तहत मोक्षदायिनी मां गंगा को निर्मल एवं घाट समेत पूरे बनारस को स्वच्छ बनाने का संकल्प दिलाया गया।
स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नगर निगम सफ़ाई इंस्पेक्टर विनयानंद द्विवेदी जी ने कहा कि गंगा एवं घाट की स्वच्छता जन भागीदारी से ही संभव है। गंगा के प्रति आस्था रखने वाले प्रत्येक व्यक्ति को गंगा की स्वच्छता के लिए मुखर होना होगा। दिवि वेलफ़ेयर सोसाइटी संस्था के अध्यक्ष प्रो जगदीश राय ने बताया कि सभी 84 घाटों व गंगा की सफाई के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। इस अवसर पर दिवि कोषाध्यक्ष रश्मि सिंह , राकेश सिंह , बीएचयू एमबीए के छात्र सूर्या MSW छात्र प्राची , निकिता ,ज्योति , रुद्र ,हिमांशु ,अभिषेक ,रणवीर अंकित समेत कई वालंटियर्स मौजूद रहे।